इन 8 लक्षणों से जानें कि पेट में है अल्सर

Spread the love

आजकल के भागदौड़ भरे माहौल में लोगों के जीवन में अनियमित्ताएं आ गई हैं, न लोगों के खाने का समय तय है, न ही सोने का । एक्सर्साइज़ तो दूर लोग अपने खाने पीने तक का ध्यान नही रखते है ऐसे में तरह-तरह की बिमारियां चुपके से घर कर जाती है। ऐसी ही एक बीमारी है अल्सर , जो शरीर में ज्यादा एसिडिटी की वजह से होती है। आईए जानते है पेट में होने वाले अल्सर के लक्षण।

पेट में दर्द होना – Stomach Pain

अल्सर होने पर पेट के ऊपरी हिस्से पर असहनीय दर्द होता है। खासकर खाने के बाद पेट में दर्द शुरु हो जाता है। इस स्थिति को गैस्ट्रिक अल्सर कहते है।

Also Read:   ये 12 संकेत बताते है की हो सकती है आपको डायबिटीज़ - 12 Signs of Diabetes

सांस लेने में दिक्कत – Facing Difficulties in Breathing

बदहजमी की वजह से कभी-कभी एसिड ऊपर की ओर आहार नली में चला जाता है, इसमें जलन महसूस होने लगती है, और सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है, साथ ही आवाज़ में भारीपन आ जाता है।

पेट में जलन महसूस होना – Burning sensation in stomach

पेट में जलन महसूस करना या मिचली आने को लोग हल्के में लेते है और इसे नज़रअंदाज़ करते है आपको बता दे, ये अल्सर का शुरुआती लक्षण होता है।

Also Read:   सुबह की यह आदतें बदल के रख देंगी आपकी जिंदगी को - (Morning habits that can change your life)

उल्टी में खून आना  – Blood in Vomiting

कई बार उल्टी में खून आना आने लगता है जिस पर लोग खास ध्यान नही देते है, लेकिन ये भी अल्सर का एक लक्षण होता है। जिस पर ध्यान देना जरुरी है।

तेजी से वजन घटना – Quick Weight Loss

अल्सर के मरीजों का वजन बहुत तेजी से घटने लगता है। अल्सर होने पर मरीज खाने के प्रति उदासीन हो जाता है। जिसके कारण वजन कम होने लगता है। खाना भी अच्छे से नही पच पाता जो वजन घटने का कारण है।

थकावट महसूस होना – Feeling Tired

अल्सर होने पर मरीज का शरीर ज्यादा एक्टिव नही रहता है, उसे हमेशा थकान महसूस होती हा। इसके अलावा मरीज का स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो जाता है।

पेट में सूजन महसूस होना – Abdominal bloating

अल्सर होने पर अक्सर मरीज को पेट में भारीपन और सूजन जैसा महसूस होता है जो कि अल्सर का प्रमुख लक्षण होता है।

Also Read:   इन गलतियों के चलते कभी दूर नहीं होगा आपका मोटापा

छाती में दर्द होना – Chest Pain

अगर दर्द छाती के पास हो तो इसे एसिडिटी रिफ्लेक्शन का असर समझना चाहिए। इससे दिल के दर्द का शक होता है। दि का दर्द छाती के ऊपरी में होता है और कभी-कभी एसिडिटी की वजह से भी उसी जगह दर्द होता है। इसलिए बिना जांच के अंतर समझ पाना आसान नहीं है।

यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया है और आप इसकी जानकारी अपने खास लोगों के साथ बांटना चाहते हैं तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए।


Spread the love