11 अगस्त रक्षाबंधन को भूलकर भी इस समय राखी नही बाँधे वरना जिंदगीभर पछतायेंगे

रक्षाबंधन को लेकर लोग असमंजस में है तो आज  हम बताएंगे इस वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार किस दिन मनाना शास्त्रों के अनुसार योग्य होगा बताएंगे|

इस तिथि के समय और त्यौहार से जुड़ी मान्यताओं के बारे में और बताएंगे किस समय राखी बांधना अत्यंत शुभ फलदाई होगा क्योंकि इस दिन के एक विशेष समय पर राखी बांधना बड़ा अनर्थ कारी होता है |

इससे आपके रिश्ते में दरार पड़ सकती है भाई बहन पर भयानक विप अदाएं आ सकती हैं परिवार में किसी भी प्रकार की कोई घटना या दुर्घटना घटित हो सकती है | ऐसा भाई बहन की तो क्या खुद की रक्षा भी नहीं कर पाता है वह ऐसे घोर संकट में फंस सकता है |

रक्षाबंधन त्यौहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है |इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी है भाई और बहन एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं और सुख दुख में एक दूसरे के साथ रहने का वचन देते हैं | बहने अपने भाई की लंबी आयु की कामना करते हैं |

Also Read:  गरीबी दूर करने के 10 चमत्कारी उपाय~जिसने भी किए यह उपाय उनके वारे न्यारे हो गए~Bageshwar Dham Sarkar

दोस्तों इस बार श्रावणी पूर्णिमा तिथि 2 दिन रहेगी 11 अगस्त को और 12 अगस्त को 11 अगस्त को पूर्णिमा मध्य व्यापिनी होगी चंद्रोदय व्यापिनी होगी क्योंकि पूर्णिमा तिथि का आरंभ 11 अगस्त दिन गुरुवार को सुबह 10:38 पर होगा और 12 अगस्त दिन शुक्रवार को सुबह 7:05 पर तिथि का समापन होगा|

11 अगस्त को पूरे दिन भद्रा रहेगी। शास्त्रों के अनुसार रक्षाबंधन का त्योहार हमेशा भद्रा रहित समय में मनाया जाना चाहिए।

11 अगस्त को धरती पर नहीं रहेगी भद्रा

वैसे तो 11 अगस्त को पूर्णिमा तिथि के लगने के साथ ही भद्रा शुरू हो जाएगी, लेकिन भद्रा का वास पाताल लोक में रहेगा। मुहूर्त शास्त्र चिंतामणि के अनुसार जब भद्रा का वास पृथ्वीलोक पर होता है तो इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकते हैं, लेकिन यही भद्रा जब पाताललोक में निवास करे तो इसका असर पृथ्वी वासियों के ऊपर नहीं होता है। भद्रा जिस लोक में निवास करती हैं उसका असर उसी लोक में रहता है। ऐसे में 11 अगस्त को भद्रा का निवास पृथ्वी पर नहीं है इसलिए रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाया जा सकता है।

Also Read:  Shiv Puran | अपने ही लोग जब करवाते आप पर तंत्र मंत्र और जादू टोना तब ऐसे पहचाने साजिश | Lord Shiva

12 अगस्त को क्यों न मनाएं रक्षाबंधन

सावन पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन मनाए जाने की परंपरा है। 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी जो अगले दिन यानी 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 5 मिनट तक रहेगी, फिर इसके बाद भाद्रपद की प्रतिपदा तिथि आरंभ हो जाएगी। इसलिए 12 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के पीछे खास तर्क नहीं है।

11 अगस्त रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त- Raksha Bandhan Shubh Muhurat Timing 2022

मुहूर्त गणना के अनुसार 11 अगस्त को सुबह 11 बजकर 37 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। 11 अगस्त,गुरुवार को दोपहर 02 बजकर 14 मिनट से 03 बजकर 07 मिनट पर विजय मुहूर्त रहेगा। इस तरह से भद्राकाल के रहते इस समय राखी बांधी जा सकती है।

रक्षाबंधन पर भद्रा 
रक्षा बंधन भद्रा मुख: सुबह 06 बजकर 18 मिनट से 08:00 बजे तक
रक्षा बंधन भद्रा काल समाप्त: शाम 08 बजकर 51 मिनट पर

Also Read:  Sawan Somvar 2021 - सावन मास की कहानी 2021- सोमवार व्रत कथा व महत्व

चौघडिया शुभ मुहूर्त- 11 अगस्त 2022
शुभ प्रात:   06 -7.39
चर दिन:   10.53- 12.31
लाभ दिन:  12.31- 02.8
अमृत दिन:  02.08- 03.46
शुभ सायं:   05.23- 07.1
अमृत रात्रि:  07.00-08.23
चर रात्रि:   08.23-09.46
वृश्चिक लग्न दिन:01.33- 03.23

रक्षाबंधन 2022 प्रदोष मुहूर्त
प्रदोष मुहूर्त: 20:52:15 से 21:13:18

Source