नमस्कार! मैं हूँ आर्टी, एक एस्ट्रोलॉजी ब्लॉगर पिछले 7 सालों से और आज मैं आपको एक खास दिन के बारे में बताने वाली हूँ जो आपकी किस्मत की चाबी खोल सकता है। सनातन धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है, और अगर यह शनिवार के दिन आ जाए, तो यह और भी शुभ मानी जाती है। क्या आप जानते हैं कि एकादशी के दिन कुछ सरल उपाय अपनाकर आप अपने जीवन की सभी बाधाओं को दूर कर सकते हैं और अपनी बंद किस्मत के दरवाजे खोल सकते हैं?→ » » Continue Reading
पुत्र यदि श्राद्ध ना करना चाहे, तो क्या पुत्री श्राद्ध कर सकती है?
नमस्ते, मैं प्रिय हूँ, और मैं 7 सालों से health और astrology की world में blogging कर रही हूँ। आज हम एक महत्वपूर्ण और traditional विषय पर बात करेंगे, जो है – श्राद्ध। अक्सर यह question उठता है कि अगर पुत्र श्राद्ध करने में सक्षम नहीं है या करना नहीं चाहता, तो क्या पुत्री यह जिम्मेदारी ले सकती है? इस topic पर मेरे पास कुछ खास insights हैं, जिन्हें मैं आज आपके साथ share करना चाहती हूँ।
श्राद्ध का महत्व – Importance of Shradh
श्राद्ध हिंदू धर्म में एक significant संस्कार है, जिसका उद्देश्य पितरों (ancestors) की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है। पितृपक्ष के समय, लोग अपने ancestors की याद में तर्पण, पिंडदान, और भोजन दान करते हैं। यह एक धार्मिक कर्म है, जिसे हर व्यक्ति अपने पूर्वजों की तृप्ति के लिए करता है। सवाल यह उठता है कि यदि पुत्र श्राद्ध करने में सक्षम नहीं है → » » Continue Reading