Thursday, October 9, 2025
HomeHome Remediesलाखों केंसर पीड़ित ने अजमाया ये गले के कैंसर का रामबाण और...

लाखों केंसर पीड़ित ने अजमाया ये गले के कैंसर का रामबाण और अचूक नुस्खा

हम सभी यह जानते ही हैं कि कैंसर एक जानलेवा बीमारी होती है परंतु यदि इसका समय रहते इलाज कराया जाए तो यह आसान तरीके से ठीक भी हो जाती है कैंसर का उपचार इस बात पर अधिक निर्भर करता है कि यह किस स्तर का है ।

दोस्तों कैंसर के कई प्रकार होते हैं जैसे खून में होने वाले कैंसर को ब्लड कैंसर कहते हैं या फिर मुंह में होने वाले कैंसर को मुंह का कैंसर कहते हैं आज हम आपको गले के कैंसर से जुड़ी जानकारी व इसके रोकथाम के लिये काम मे आने वाले घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं ।

गले का कैंसर तब होता है जब सांस लेने में बोलने में और निगलने के लिए उपयोग में आने वाली कोशिकाएं असामान्य रूप से विकसित होना शुरू हो जाती हैं और इनका विकास सामान्य से अधिक होने लगता है ।

गले के कैंसर की समस्याएं महानगरों में तेजी से फैल रही हैं गले में कैंसर के लक्षण हैं जैसे:

  • मुंह से खून आना
  • गले में जकड़न होना
  • सांस लेने में तकलीफ होना
  • खाना खाने में परेशानी होना
Also Read:  रात में इलायची को गर्म पानी पीने के साथ खाने के चमत्कारी फायदे , जरुर पढ़ें

सिगरेट तंबाकू और धूम्रपान एल्कोहल आदि का सेवन व प्रदूषण वातावरण भी गले के कैंसर का एक प्रमुख कारण है । अगर गले के कैंसर के शुरुआती लक्षणों को गंभीरता से लिया जाये जा इसकी रोकथाम की जा सकती है। आइये जानते हैं इससे बचने के कुछ उपाय :

कैंसर का रामबाण और अचूक नुस्खा

देसी गाय के मूत्र

देसी गाय के मूत्र का सेवन करना अमृत समान होता है यह कैंसर रोगों के लिए चमत्कार से कम नहीं है अतः दिन में दो से तीन बार गाय के मूत्र का सेवन करने से आप कैंसर रोग जैसे गंभीर रोग से भी बच सकते हैं।

पानी पीने के लिए तांबे के पात्र

पानी पीने के लिए तांबे के पात्र का ही प्रयोग करें तांबे के पात्र में पानी भरकर रात को रखकर सुबह खाली पेट इसका सेवन करना चाहिए । यह अत्यधिक फायदेमंद होता है।

Also Read:  घुटनों के दर्द से हैं परेशान, तो इन घरेलू नुस्खों से हो सकती है आपकी मुश्किल आसान, ऐसे करें इस्तेमाल

ग्रीन टी

ग्रीन टी में एंटीआक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं अपने आहार में दिन में दो से तीन बार ग्रीन टी को सम्मिलित करें यह कैंसर की कोशिकाओं को फैलने से रोकती है। यह बीमारियाँ फैलाने वाले कीटाणुओं से लडने मे सक्षम है।

आहार में सोयाबीन

प्रतिदिन आहार में सोयाबीन या फिर सोयाबीन से बनी चीजों को अपने आहार में सम्मिलित करें कैंसर रोगियों को फूल गोभी पत्ता गोभी व ब्रोकली का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए इन में कैंसर विरोधी गुण पाए जाते हैं ।

गेहूं के ज्वारे

कैंसर की रोकथाम के लिए गेहूं के ज्वारे के रस का नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं व खाने में ऑर्गेनिक फूड का ही प्रयोग करें । क्योकि इनमे कैमिकल का प्रयोग नही होता है।

लहसुन

लहसुन कैंसर के रोकथाम के लिए अत्यधिक कारगर है अतः अपने खाने में लहसुन का प्रयोग अवश्य करें। लहसुन में कैंसर से लडने वाले तत्व मौजूद होते है।

किसमिस बादाम

अपने दैनिक आहार में ड्राई फ्रूट जैसे किसमिस बादाम को अवश्य ही सम्मिलित करें । इससे शरीर को ताकत मिलती है तथा रोगों से लडने मे भी सहायता मिलती है।

Also Read:  इन रामबाण नुस्खों से अब आपको सफ़र में नहीं आएँगी उल्टियाँ, जरुर पढ़ें

फाइबर युक्त आहार

खाने में फाइबर युक्त आहार ही लें । आहार में आप टमाटर जामुन काले अंगूर पपीता आदि को भी सम्मिलित कर सकते हैं ।

एल्कोहल व धूम्रपान का परित्याग

यदि आप कैंसर से निजात पाना चाहते हैं तो आपको एल्कोहल व धूम्रपान का परित्याग करना होगा धूम्रपान व एल्कोहल ही कैंसर के जनित कारणों में से एक है ।

वजन पर नियंत्रण रखें

वजन पर नियंत्रण  रखें । इसके लिये आप योग- आसन का सहारा भी ले सकते हैं।

तो दोस्तो आपने देखा कि किस तरह से छोटी-छोटी बातों को अपने दैनिक चर्या में सम्मिलित करके कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से भी बचा जा सकता है । अगर आपको यह हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो कृपया इसे अधिक से अधिक शेयर करें |


Tags: गले के कैंसर के लक्षणों के चित्रों और संकेत,गले के कैंसर का इलाज,गले का कैंसर का इलाज,गले के रोग,गले के कैंसर की पहचान,सिर और गर्दन के कैंसर,गले के कैंसर का आयुर्वेदिक इलाज,सिर और गर्दन के कैंसर के उपचार

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments