प्रत्येक वर्ष भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) का पर्व मनाया जाता है| इस बार अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर को पड़ रही है|
“अनंत का अर्थ है जिसका ना आदि का पता हो और ना ही अंत का ”
इस दिन भगवान श्रीहरि की पूजा की जाती है| अनंत चतुर्दशी के व्रत (fast) में एक बार बिना नमक का भोजन ग्रहण किया जाता है यदि आप इस व्रत को निराहार रख सके तो यह सर्वश्रेष्ठ माना जाता है|
अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) का शुभ मुहूर्त व विधि
अनंत चतुर्दशी की तिथि व पूजा मुहूर्त
वर्ष 2021 में अनंत चतुर्दशी की तिथि 19 सितंबर को सुबह 6:00 बजे से शुरू होकर अगले दिन 20 सितंबर को सुबह 5:58 तक रहेगी, इसलिए 19 सितंबर को पूरे दिन अनंत चतुर्दशी का पूजन किया जाएगा|
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पूजा विधि
अनंत चतुर्दशी हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखती है इस दिन भगवान विष्णु और भगवान श्री गणेश जी की पूजा की जाती है | पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप के पूजन का विधान है इस दिन लोग विधिपूर्वक विष्णु जी का व्रत रखते हैं तथा हाथों में अनंत सूत्र या आनंदिता बांधते हैं | यह अनंत सूत्र दीर्घायु और अनंत जीवन का प्रतीक माना जाता है, पुरुष इसे अपने दाएं हाथ तथा स्त्रियां बाएं हाथ पर बांधती हैं|
इसके साथ ही अनंत चतुर्दशी के दिन ही गणेश उत्सव समापन होता है | इस दिन भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है | इस दिन भक्त गणपति जी से सुख समृद्धि की कामना के साथ अगले साल फिर आने की कामना करते हैं|
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