इन 7 तरीकों से करें बच्चों के कान में इंफेक्शन से बचाव

दर्द चाहे शरीर के किसी भी हिस्से में हो बहुत पीड़ादायक होता है। जैसा की आप जानते हैं कि हमारे शरीर की 5 ज्ञानेंद्रियां होती हैं। ज्ञानेंद्रियां शरीर के वे बाहरी अंग हैं जिनकी मदद से हम देखते हैं, सुनते हैं, महसूस करते हैं, स्वाद और रंग इत्यादि का पता करते हैं। इन्हीं ज्ञानेंद्रियों में से एक प्रमुख अंग है कान।

कान की देखभाल करना बहुत जरूरी है। बच्चों को कान से संबंधित कई तरह की परेशानियां होती है जैसे कि कान में दर्द होना , कान से पानी का बहना, कान का बंद हो जाना और भी कई सारी परेशानी बार जब छोटे बच्चे बहुत रोने लगते हैं। जिसे देखकर माता-पिता परेशान हो जाते हैं ।

बच्चों के कान में दर्द होना की समस्या है। आमतौर पर किसी इन्फेक्सन की वजह से या कान में किसी तरह की रुकावट की वजह से या कान में पानी चले जाने की वजह से कान में दर्द होने लगता है। कान की कंबुकर्णी नली ब्लॉक होने पर कान में लिक्विड़ इक्ट्ठा होने लगता है और प्रेशर की वजह से कान में दर्द होने लगता है। तो चलिए जानते हैं ऐसे 7 तरीकों के बारे में जो कि बच्चों के कान में इंफेक्शन से बचाव करते है….

Also Read:  खतरनाक हो सकता है खड़े होकर पानी पीना जानिए कैसे - पानी पीने का सही तरीका

साफ-सफाई रखें (be neat and clean) –

बच्चों को इंफेक्शन से बचाएं रखने के लिए आपको साफ-सफाई जरुर रखनी चाहिए क्योंकि वातावरण में कई कीटाणु और बैक्टेरिया होते है जो शिशु के कान में प्रवेश करते है। और इंफेक्शन को बढावा देते है। एसलिए नियमित रुप से बच्चों के कान की सफाई जरुर करें।

ब्रेस्ट फिडिंग जरुरी (Breast feeding is essential) –

ब्रेस्ट मिल्क शिशु के स्वास्थ्य के लिए सबसे लाभकारी होता है। क्योकि उसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते है। जो इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं। ब्रेस्ट मिल्क में एंटीबॉडी होते है। जो शिशु को किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से बचाता है।

बच्चों को नहलाते बक्त रखें खास ख्याल (Take special care while bathing children) –

बच्चों को नहलाते वक्त हमेशा इस बात का जरुर ध्यान रखना चाहिए कि बच्चें के कान में पानी न जाएं, क्योंकि कान में पानी ठहर जाने से कई इनफेक्शन होते है।

Also Read:  वजन कम करने के 10 लाभकारी नुस्खे - Tips for Weight Loss - Must Read

ऩियमित गर्म तेल से मसाज़ करें (Massage regular with hot oil)

बच्चों को नियमित गर्म तेल से मसाज़ करनी चाहिए। गर्म तेल से मसाज करने से हल्के कान के दर्द में राहत मिलती है । गुनगुने तेल को सीधे कान में ना डालें बल्कि कान के बाहरी हिस्से पर तेल से मसाज़ करें। मसाज़ के लिए ऑल्व ऑयल या फिल सरसों के तेल का इस्तेमाल करें।

सूजन को कम करता है टी ट्री ऑयल (use tree oil)

कई बार कीड़े के काटने पर कान में सूजन आ गई है। उसे कम करने के लिए आप टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें मिलाकर कान में डालें। ऐसा आप दिन में दो बार कर सकते है।

मछली के तेल से होती है खुजली दूर ( use fish oil)

अक्सर बच्चों के कान में खुजली करते हुए देखा जाता है। ऐसे में,लहसुन की कुछ कलियां मछली के तेल में डालकर उसे गर्म करें। फिर इसे अपने कान में डालें।

Also Read:  तीन आसान एक्सरसाइज और आपका हाई कोलेस्ट्रॉल छू मंतर - Cholesterol kaise kam kare

कान में उंगली न डाल ने दे (stop your child doing this) –

अधिक गर्मी या उमस के कारण कानों में नमी बन जाती है। इससे कानों में खुजली होने लगती है। कानों में खुजली होने पर बच्चा परेशान हो जाता है। ऐसे में इस से बचाव करने के लिए बच्चे का अच्छी तरह से ध्यान रखें और उसे कान में उंगली न डाल ने दे.