Friday, August 1, 2025
HomeAstroकलयुग में मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाने वाला व्रत वैभव लक्ष्मी...

कलयुग में मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाने वाला व्रत वैभव लक्ष्मी व्रत – Vaibhav luxmi vrat

दोस्तों आपने आजकल वैभव लक्ष्मी (Vaibhav luxmi) के बारे में बहुत सुना होगा महिलाएं अक्सर वैभव लक्ष्मी का व्रत रखती है और अपने व्रत में मनोकामनाएं (Wishes) पूरी होने के बाद वे इस व्रत का उद्यापन कर देती है |कलयुग में वैभव लक्ष्मी व्रत को मनोकामना पूर्ति करने वाला व्रत माना जाता है महिलाएं ऐसा मानती हैं कि वैभव लक्ष्मी व्रत करने से मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती है|

वैभव लक्ष्मी का व्रत शुक्रवार (Friday) के दिन मां लक्ष्मी के लिए किया जाता है इसकी पूजा करने का विधि विधान थोड़ा अलग होता है इसके नियम और व्रत की अपेक्षा में अलग होते हैं |

आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको वैभव लक्ष्मी व्रत के बारे में संपूर्ण जानकारी (Complete information) देने जा रहे हैं कि किस प्रकार आप इस व्रत को रख सकते हैं क्या इसके नियम होते हैं व इस व्रत में किस प्रकार का भोजन ग्रहण करना चाहिएआइए जानते हैं-

कलयुग में मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाने वाला व्रत वैभव लक्ष्मी व्रत – Vaibhav luxmi vrat

वैभव लक्ष्मी व्रत के नियम

  • सर्वप्रथम सूर्योदय से पूर्व उठना चाहिए| स्नान आदि से निवृत होकर अपने पूजा स्थान पर संकल्प लें कि आज हम पूरा दिन मां वैभव लक्ष्मी के लिए व्रत रखेंगे|
  • शुक्रवार  के दिन महालक्ष्मी का व्रत किया जाता है और इस व्रत को आपको शुक्ल पक्ष की शुक्रवार से शुरू करना चाहिए|
  • वैभव लक्ष्मी व्रत में पूरा दिन आप कुछ भी ग्रहण नहीं करते हैं|
  • वैभव लक्ष्मी व्रत के लिए लाल गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें तो यह बहुत अधिक अच्छा माना जाता है|
  • सुबह नहाते समय स्त्रियों को सर अवश्य धोना चाहिए| अशुद्ध अवस्था में कभी भी वैभव लक्ष्मी माता का व्रत ना करें इस व्रत को करने के लिए आपको शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए|
  • वैभव लक्ष्मी व्रत में बस एक बार भोजन किया जाता है वह भी शाम को माता की पूजा करने के बाद|
Also Read:  दुश्मन घुटने टेक देगा सिर्फ 1 बार जपले ये गुप्त हनुमान चौपाई खुद 24 सेकेंड में देखे असर

वैभव लक्ष्मी व्रत पूजा विधि

  •  शाम के समय सूर्य अस्त से पहले चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर मां वैभव लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित कर लीजिए|
  • मां के सामने देसी घी का दीपक जलाएं धूप जलाये,मां को सुगंधित वस्तुएं  बहुत पसंद है|
  • चावल की डेरी पर कलश स्थापित कीजिए कलश के ऊपर एक गहना रखिए|
  •  मां को लाल रंग के फूल अति प्रिय है अतः पूजा में लाल रंग के फूल अर्पित कीजिए|
  • प्रसाद में मीठी खीर अर्पित करनी चाहिए,माता को मीठी चावल की बनी हुई खीर अत्यंत प्रिय है|
  • व्रत में मां वैभव लक्ष्मी के साथ-साथ श्री यंत्र की पूजा करने का भी विधान है|माता के  समक्ष वैभव लक्ष्मी व्रत कथा को कहिए|
  • कथा कहने के बाद मां से आशीर्वाद (Blessings) प्राप्त कर प्रसाद को समस्त परिवार जनों में बांट दीजिए| अंत में भोजन ग्रहण कर लीजिए|
Also Read:  ये 11 कर्म निर्धारित करते है हमारा अगला जन्म - गरूड़ पुराण के अनुसार

वैभव लक्ष्मी व्रत उद्यापन विधि

यदि आप एक विवाहित स्त्री (Married women) है तो सात विवाहित स्त्रियों को अपने घर आमंत्रित करके उन्हें भोजन कराइए व उन्हें विदा करते समय श्रृंगार की वस्तुएं भेंट कीजिए ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है|

यदि आप एक कन्या है और वैभव लक्ष्मी का व्रत कर रही है तो उद्यापन के समय कुंवारी कन्याओं को ही भोजन के लिए बुलाना चाहिए|

Also Read:  श्री कृष्ण कहते है अच्छा समय आने से पहले मिलते है ये 6 संकेत | शुभ अशुभ संकेत

यदि आपको इस आर्टिकल में हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अधिक से अधिक शेयर कीजिए |

Search terms – वैभव लक्ष्मी व्रत कसे करावे मराठी, वैभव लक्ष्मी व्रत कथा आरती, वैभव लक्ष्मी व्रत कब से शुरू करें २०२1, वैभव लक्ष्मी व्रत में नमक खा सकते हैं, वैभव लक्ष्मी व्रत की कथा, वैभव लक्ष्मी व्रत कब से शुरू करें 2020, वैभव लक्ष्मी व्रत में क्या खाया जाता है, वैभव लक्ष्मी पूजा

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments